सृजन सखियों ने बिखेरे काव्य रस

बैतूल। शहर के विश्वकर्मा मंदिर प्रांगण में शनिवार सृजन साहित्य कुंज द्वारा काव्य रस बिखेर कर रसिक श्रोताओं को कभी हंसाया तो कभी समस्याओं पर सोचने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में भोपाल से पधारी मुख्य अतिथि श्रीमती अनीता सक्सेना ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। विशेष अतिथि डॉक्टर श्रीमती विद्या चौधरी ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की। श्रीमती सक्सेना ने कहा कि अनुपमा ने अपने नाम को सार्थक किया। उत्साह, व्यवस्था और सहयोग का सुंदर तालमेल उन्हें यहां दिखाई दिया।श्रोताओं की उपस्थिति कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक रही। उन्होंने जनसमूह को बधाई दी और सभी को निरंतर आगे बढ़ते रहने के लिए कुछ सार्थक सुझाव भी दिए। कार्यक्रम में संयोजिका श्रीमती मीरा एंथोनी ने सृजन की विकास यात्रा बताई तो अध्यक्ष श्रीमती अरुणा पाटणकर ने अतिथियों और रसिक श्रोताओं का हार्दिक अभिनंदन किया। मंच संचालन की भूमिका श्रीमती मधुबाला देशमुख, श्रीमती विजी अशोक तथा श्रीमती प्रार्थना पंडित मालवीय ने बखूबी निभाई। विद्या निर्गुड़कर प्रतिभा देशपांडे तथा मंजू लंगोटे को संस्था ने सृजन सखी सम्मान से सम्मानित करते हुए स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र भेंट किए। मीना चांदे, सरोजिनी कावले, सुमेधा सोमन, माधवी ठाकुर ने भी कविताओं से समा बांधा। अंत में श्रीमती सक्सेना एवं श्रीमती विद्या ने आशीर्वचन कहे तथा आभार प्रदर्शन श्रीमती ठाकुर ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग देने के लिए सर्जन संस्था ने सभी का आभार माना।